Tuesday, September 2, 2014

जिन्दगी का सफ़र

ये जिन्दगी का सफ़र कट तो रहा है
पर तेरे बिना जीने का वो मजा नहीं है
सफर तो है ये मगर अब कैसे कहूँ
कि जाने क्यों तू मेरा इसमें हमसफ़र नहीं है

पर फिर भी तेरी बातें मुझे हौसला देती हैं
तेरी सदाएं मुझे दुनिया से लड़ने की ताकत देती है
क्या कहु ये जिन्दगी का सफ़र न कट्ता
क्युकी तेरी हर दुआ मेरी मुसीबतों को को दूर कर देती हैं

हमसफ़र न सही मेरा सच्चा दोस्त ही बन जा
तुझे तो पता नहीं फर्क पड़े या नहीं मेरा तस्सवुर ही बन जा
और न जाने जिन्दगी किसकी कितनी बड़ी है
कुछ नहीं मेरे दुखों को रोकने वाली ढाल ही बन जा

इस जिन्दगी के सफर में मेरी बस ये ही तमन्ना है.........
राखी शर्मा

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