Friday, December 12, 2014

आ कहीं खो जाएं

आ मिल के हम दोनों साथ बैठ जाएं
नए ख्वाब कोई जिंदगी से चुन लाएं
एक दूसरे की बाँहों में कुछ यूँ खो जाएं
दुनिया से हम आज बेखबर हो जाएं
तू और में प्यार की धुन कोई गुनगुनाएं
सांसों से साँसे  रूह से रूह मिल जाए
आ मिल के हम प्यार का फूल अपने
इस दिल के चमन में खिलाएं
तू तू न रहे मैं मैं न रहूँ बस
मिलकर हम एक हो जाएं
आ आज प्यार को एक नई रह दिखाएँ
एक दूजे में हम कुछ यूँ खो जाएं
राखी शर्मा

No comments:

Post a Comment